अलीनगर / दरभंगा – आपसी सहमति बनी पुलिस ने लास को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दरभंगा,बीते रात ट्रक की चपेट में आए वृद्ध की हुई थी मौत
अलीनगर / दरभंगा – आपसी सहमति बनी पुलिस ने लास को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दरभंगा,बीते रात ट्रक की चपेट में आए वृद्ध की हुई थी मौत
न्यूज़ डेस्क।डीबीएन न्यूज़ ।
अलीनगर,दरभंगा
14 january 19
जिला के अलीनगर थाना क्षेत्र के धमवारा गांव में वीते रात 55 वर्षीय धमुआरा निवासी चलित्तर मुखिया का गांव से गुजरने वाली पकड़ी ठेंगहा मुख्य मार्ग पर ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई थी जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल व्याप्त रहा सड़क हादसे में मौत की घटना ने काफी तूल पकड़ लिया था जिससे स्थानीय थाना को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।देर रात तक लोग आक्रोशित रहे । उधर घटना के बाद ड्राइवर ट्रक छोर कर फरार हो गया।हालाकिं सोमवार को सामाजिक पहल से ही मामला को सुलझा लिया गया जिसके बाद लाश को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिये दरभंगा डीएमसीएच भेजा। बताया जाता है कि घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल को आनन फानन में अलीनगर CHC में भर्ती कराने को लेकर निकले लेकिन घायल की मौत बीच रास्ते मे ही हो गई।फिर भी उसे CHC लाया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ पुलिस को घटना स्थल से ट्रक को नही हटाने दिया गया और सारी रात ग्रामीण सड़क पर न्याय की मांग करते रहे जिस कारण पुलिस को भी घटना स्थल पर जमे रहना पड़ा
सुबह होते ही अस्पताल परिसर में आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ बढ़ने लगी लेकिन पुलिस पहले से सक्रिय रही। जबकि स्थानीय गणमान्य लोगों ने इसको लेकर ट्रक के स्वामी की ओर से कुछ प्रतिनिधि भी पहुंचे। जिसके बाद धमुआरा गांव के मुखिया पति फैयाजुर रहमान के नेतृत्व में एक सामाजिक बैठक हुई। बैठक में निर्णय होने के बाद ट्रक स्वामी ने सहानुभूति पूर्वक मृतक के परिजन को आर्थिक सहयोग दिया।सामाजिक पहल का हिस्सा रहें सरपंच रामनाथ सहनी,लाल मोहम्मद पूर्व सरपंच बलराम झा,मुखिया मनेसुर रहमान,मछुआ सोसाइटी के मंत्री विजय मुखिया एवं लक्ष्मी मुखिया आदि शामिल रहे।
उधर पुलिस ने भी राहत देते हुए जन आकांछाओ का ख्याल रखा मौके पर थानाध्यक्ष रामनारायण पासवान एवं अनि मो0 राशिद सिद्दीकी भी सक्रिय रहे।
आगे बताता चलूं की मृतक अपने पीछे पत्नी गुलाब देवी के अलावा चार पुत्र एवं छह पुत्रियाँ छोर गए। मृतक की एक बच्ची बालिग है जिसको लेकर शादी की भी तैयारी जोरों पर थी लेकिन शायद ये भगवान को गवारा न था कि मृतक अपने जीते जी उसकी शादी कर दे।